इम्युनिटी बूस्टर पैक:
इम्युनिटी बूस्टर पैक – आर्गेनिक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से बने आयुर्वदिक कवाथ व अर्क से बने शुद्ध शाकाहारी कैप्सूल का एक उत्कृष्ट संयोजन है जो शुद्ध आयुर्वेदिक औषधीय और वैज्ञानिक रूप से मान्य जैविक जड़ी बूटियों के साथ तैयार किये गए है, और हमारे आयुर्वेद विशेषज्ञों द्वारा बनाये ये आयुर्वेदिक उत्पाद – शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा कर हमें मौसमी फ्लू और हानिकारक वायरस से बचाव में सहायक है। यह शरीर में आवश्यक पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा कर सामान्य कमजोरी जैसे थकान, मानसिक कमजोरी, पाचन सही से न होना व शरीर से विषैले पदार्थ को निकालने में भी बहुत फायदेमंद है, थकान ।
DA Immuno Plus इस पैक का एक हिस्सा है जिसमें शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो शरीर को मौसमी फ्लू, खांसी और वायरल संक्रमण से दूर रखने में मदद करते हैं। DA IMMUNO PLUS एक प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर के रूप में भी कार्य करता है क्योंकि यह उन जड़ी-बूटियों के अर्क से मिश्रित होता है जो मुक्त कणों के खिलाफ बेहतर सुरक्षा के लिए एंटी-बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होती हैं जो प्रतिरक्षा का निर्माण करने में मदद करती हैं।
इस इम्युनिटी पैक में क्या क्या शामिल है:
- IMMUNO + इम्यूनिटी बूस्टर ऑर्गेनिक चाय ( आयुर्वेदिक क्वाथ ) 100 ग्राम का एक पैक.
- DA- IMMUNO PLUS 30 वेज का कैप्सूल का एक पैक
इम्युनिटी बूस्टर पैक में इस्तेमाल ऑर्गनिक जड़ी बूटियों के लाभ :
तालीसपत्र: तालीसपत्र एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है। सांस की बीमारियों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विभिन्न आयुर्वेदिक औषिधियों में इसका उपयोग किया जाता है। तालिसपत्र खांसी, दमा, पुरानी ब्रोंकाइटिस, सामान्य सर्दी, छींकने, एलर्जी राइनाइटिस और ऊपरी श्वसन संक्रमण जैसे रोगों में बहुत सहायक होते हैं।
इनके अतिरिक्त, तालीसपत्र के पत्तों में ब्रोंकोडाईलेटरी क्रिया भी होती है, जो सांस लेने में मदद करती है और इसके Anxiolytic गुण लगातार होने वाली खांसी और अस्थमा व उससे होने वाले मानसिक तनाव को कम करती है और अच्छी नींद लेन में सहायता करती है
गुलाब की पंखुड़ियों में पॉलीफेनोल, एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को सेल क्षति से बचाने के लिए काम करते हैं। बहुत सी क्लीनिकल स्टडी में पॉलीफेनोल्स को हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा और संज्ञानात्मक रोगों के जोखिम को कम करने के लिया पाया गया है
अश्वगंधा : यह एक मस्तिष्क तंत्रिका टॉनिक और हमारे शरीर के लिए एक प्राकृतिक पोषक तत्व के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह रक्त परिसंचरण और कोशिकाओं में पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करता है।
लौंग: लौंग में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल क्षति से लड़ने में मदद करते हैं और हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं।
लौंग में एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल और एंटीमाइक्रोबियल गुण भी होते हैं जो आम संक्रमण, सर्दी और खांसी को दूर रखते हैं।
ये पाचन में सुधार करने में भी मदद करती है|
कर्क्यूमिन: हल्दी और विशेष रूप से इसके सबसे सक्रिय यौगिक कर्क्यूमिन में कई वैज्ञानिक रूप से सिद्ध स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे कि हृदय रोग, अल्जाइमर और कैंसर को रोकने की क्षमता। यह एक शक्तिशाली anti -inflammatory और एंटीऑक्सिडेंट है और अवसाद और गठिया के लक्षणों को सुधारने में भी मदद कर सकता है।करक्यूमिन में मौजूद विटामिन सी और ज़िंक प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ा कर वायरस के संक्रमणों के खिलाफ प्रभावी काम करता है । हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन की anti -inflammatory गुण फेफड़ों को बेहतर बनाने में वास्तव में महत्वपूर्ण है और अस्थमा में मदद करता है ।
क्लीनिकल स्टडी बताती हैं कि करक्यूमिन में विभिन्न वायरल संक्रमणों के खिलाफ एक निरोधात्मक क्षमता है। करक्यूमिन के एंटीवायरल प्रभाव वायरस के खिलाफ देखे गए थे, जिसमें वेसिकुलर स्टामाटाइटिस वायरस, पैराइन्फ्लुएंजा वायरस टाइप 3, वेसिकुलर स्टामाटाइटिस वायरस, हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस और रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस शामिल थे।
आंवला: यह विटामिन सी का एक उत्कृष्ट स्रोत है, यह हमारी प्रतिरक्षा, पाचन किर्या को बढ़ावा देने के लिए बहुत फायदेमंद है और वायरल और बैक्टीरिया के हमलों को रोकता है, जिसमें सर्दी और खांसी या अन्य श्वसन विकार शामिल हैं। इसके पोषक गुणों को कैंसर कोशिकाओं के विकास से लड़ने के लिए भी जाना जाता है। यह एक रसायण है और एक प्राकृतिक आहार पूरक भी है।
गिलोय: आज इसको सभी जानते है परन्तु इसका इस्तमाल कैसे करना है ये जानना बहुत जरुरी है यह प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है। गिलोय शरीर को बीमारियों से बचाता है और स्वास्थ्य स्वस्थ को बनाए रखता है। यह पाचन में भी सुधार कर मधुमेह के प्रबंधन में भी सहायक है।
गिलोय को तनाव और चिंता को कम करने के लिए भी जाना जाता है, यह श्वसन समस्याओं के खिलाफ लड़ाई के लिए एक बहुत प्रभावी हर्बल उपचार है। गिलोय से पुरे शरीर की डेटोक्सिफिकेशन होती है और स्किन से संबंधित रोगों में भी लाभ देता है !
मुलेठी : मुलेठी की जड़ में शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट, सूजनरोधी और रोगाणुरोधी गन होते हैं। प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि परिणामस्वरूप, यह ऊपरी श्वसन संक्रमण को कम कर सकता है, अल्सर का इलाज भी कर सकता है, और पाचन में सहायता कर सकता है, अन्य लाभों के बीच मुलेठी की जड़ में मौजूद एंजाइम मैक्रोफेज और लिम्फोसाइट्स उत्पन्न करते हैं, जो शरीर को रोगाणुओं, एलर्जी, प्रदूषकों और विभिन्न ऑटो-प्रतिरक्षा रोगों से बचाते हैं।
मुलेठी का नियमित सेवन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में वृद्धि करके किसी भी प्रकार के संक्रमण और एलर्जी से शरीर को बचाता है । यह मुँह की सूजन, सूखी खाँसी, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा से राहत देने के लिए बहुत ही उपयोगी है !
मंजिष्ठ: मंजिष्ठ का कई आयुर्वेदिक शास्त्रों ने विभिन्न बिमारियों के इलाज में मंजिष्ठ का उल्लेख किया है जिसमें रक्त शुद्ध करना, यकृत संक्रमण से बचाव, बुखार में उपयोगी, खांसी से राहत, अपच का इलाज, जलन से राहत, सांस लेने में तकलीफ आदि शामिल है !
मंजिष्ठ जिगर (यकृत ) द्वारा की जाने वाली क्रियों को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही प्रभावी जड़ी बूटी है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह पाचन अग्नि को बेहतर बना कर हमारी पाचन प्रणाली को आसान बनती है और यकृत पर पड़ने वाले भार को कम करता है। मंजिष्ठा में रक्ताक्षोदक (रक्त शोधक) और पित्त संतुलन गुण है जो रक्त को शुद्ध करने और यकृत के कार्यों में सुधार करने में मदद करता है !
छोटी इलायची: इलायची खांसी और सर्दी के में बहुत ही उपयोगी होती है, यह अपने expectorant, रोगाणुरोधी, एंटी inflammatory गुणों के कारण है। इलायची शरीर में कफ दोष को संतुलित करने का काम करती है और फेफड़ों में जमा बलगम को बाहर निकालने में मदद करती है।
प्रतिकूल प्रभाव:
नैदानिक परीक्षण में इसके कोई भी दुष्प्रभाव नहीं मिले है और हर उम्र का व्यक्ति इसे दिने में 2-3 बार रोजाना ले सकता है
इम्युनिटी बूस्टर पैक का उपयोग कैसे करें:
1. इम्यूनिटी बूस्टर Tea- आयुर्वेदिक क्वाथ – आधा चम्मच क्वाथ को लगभग २००मिली पानी में २-३ मिनट्स तक उबालें और उसके बाद छान कर कप में डालें ! इसका स्वाद वैसे ही बहुत बढ़िया है परन्तुं अगर चाहो तो निम्बू व शहद भी मिला सकतें है
पूरा परिवार दिन में २-३ बार लें।
2. DA- इम्यूनो प्लस कैप– 1 वेज- 1-2 कैप्सूल्स दिन में २ बार खाना खाने के बाद सादे पानी से ले
हमारे उत्पाद की विशेषताएं:
- हमारे निर्माण में, हम उचित मात्रा में जड़ी बूटियों के अर्क का उपयोग करतें है जैसा की लेबल पर अंकित है
- उच्च केंद्रित शुद्ध और मानकीकृत हर्बल अर्क (10: 1)
- वैज्ञानिक रूप से मान्य जड़ी-बूटियों के साथ तैयार किया गया।
- उत्पाद योग्य और अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सक द्वारा तैयार किया गया।
- कोई सिंथेटिक रंग, रसायन, और कृत्रिम स्वाद का उपयोग नहीं करते
- हर उत्पाद प्रभावकारिता व नैदानिक परीक्षणों के बाद ही बनते है
- जीएमपी प्रमाणित और यूएसएफडीए पंजीकृत विनिर्माण इकाई।
- उत्पाद KVIC प्रायोजित विनिर्माण इकाई (भारत सरकार) में निर्मित है।
- आर्गेनिक प्रमाणित एनओपी, एनपीओपी, यूरोपीय संघ आर्गेनिक
Ravi –
Very good product